DSGMC की चेतावनी- गुरुद्वारा प्रबंधन में दखल न दें दिल्ली और केंद्र सरकार, नहीं तो…
नई दिल्लीः दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने दिल्ली और केंद्र सरकार को गुरुद्वारों के प्रबंधन में हस्तक्षेप करने से परहेज करने की कड़ी चेतावनी जारी की है। उन्होंने घोषणा की है कि अगर सरकारें गुरुद्वारों के प्रबंधन में हस्तक्षेप करती हैं, तो पंथिक संगठन डटकर मुकाबला करेंगे। DSGMC के महासचिव और शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली […]
नई दिल्लीः दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने दिल्ली और केंद्र सरकार को गुरुद्वारों के प्रबंधन में हस्तक्षेप करने से परहेज करने की कड़ी चेतावनी जारी की है। उन्होंने घोषणा की है कि अगर सरकारें गुरुद्वारों के प्रबंधन में हस्तक्षेप करती हैं, तो पंथिक संगठन डटकर मुकाबला करेंगे। DSGMC के महासचिव और शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सरदार हरमीत सिंह कालका ने कहा कि संवैधानिक संकट आ गया है। सरकारें अकाली दल का चुनाव निशान छीनने के बाद अब तक साजिश रच रही हैं। इन साजिशों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और साजिशकर्ताओं का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
मनजिंदर सिंह सिरसा के समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफे और भाजपा में शामिल होने के उनके फैसले को अपना निजी फैसला बताते हुए सरदार कालका ने कहा, उसी के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम जल्द से जल्द नवनिर्वाचित सदस्यों का आम सभा बुलाने के लिए अदालतों और गुरुद्वारा चुनाव निदेशक के पास भी पहुंचेंगे और एक नई कार्यकारिणी का चुनाव करेंगे ताकि समिति का प्रबंधन, गुरुद्वारों का प्रबंधन और इसके तहत स्कूलों का प्रबंधन हो सके। उन्होंने कहा कि संगत के फैसले का सम्मान करके कार्यकारिणी का चुनाव जल्द से जल्द कराना जरूरी है।