दो देशों के बीच चल रहे युद्ध में इंसान ही नहीं जानवर भी हो रहे शिकार, भूखे मरने की आई नौबत
दो देशों के बीच चल रहे युद्ध का शिकार सिर्फ इंसान ही नहीं बन रहे. बल्कि बड़े पैमाने पर बेजुबान जानवर भी इस जंग में मारे जा रहे हैं. उनके सामने भी भखमरी जैसे हालात पैदा होने लगे है. दो नेतृत्व मिलकर हालात नहीं संभाल पाए जिसका हर्ज़ाना न केवल मासूम जनता को भरना पड़ […]
दो देशों के बीच चल रहे युद्ध का शिकार सिर्फ इंसान ही नहीं बन रहे. बल्कि बड़े पैमाने पर बेजुबान जानवर भी इस जंग में मारे जा रहे हैं. उनके सामने भी भखमरी जैसे हालात पैदा होने लगे है. दो नेतृत्व मिलकर हालात नहीं संभाल पाए जिसका हर्ज़ाना न केवल मासूम जनता को भरना पड़ रहा है बल्कि बेचारे बेजुबान भी धीरे-धीरे मर रहे हैं. लगातार चल रहे गोले बारुद के बीच जानवरों के लिए भोजन का इंतज़ाम कर पाना इतना आसान नहीं है. फिर भी यहां का स्टाफ इनके लिए ज़रूरत का हर सामान इकट्टा करने की कोशिश में जी जान से जुटा हुआ है. पहले से जमा खाना अब खत्म हो रहा है ऐसे में संकट ये है कि अब ये बेजुबान क्या खाएंगे और कैसे रहेंगे.
ज़ू निदेशक काइरिलो ट्रैंटिन के मुताबिक चिड़ियाघर में 200 प्रजाति के करीब 4000 जानवर हैं जिनके खाने की चिंता को लेकर युद्ध शुरु होने से पहले 2 हफ्तों का खाना स्टॉक कर लिया था. मगर अब युद्ध चलते भी 3 हफ्ते हो गए हैं ऐसे में जानवरों के लिए बस कुछ दिन का ही राशन और बचा है. अब संकट ये है की हालात ऐसे ही बने रहे तो आगे क्या होगा. ये सोच कर ही ज़ू प्रशासन के माथे पर बल पड़ जाते हैं. साथ ही हम धमाकों की आवाज़ के बीच जानवरों को शांत रखने के लिए दवाएं और एंटीडिप्रेशन दवाएं देनी पड़ रही हैं.