Nepali Congress ने प्रधानमंत्री Sher Bahadur Deuba को चुना पार्टी अध्यक्ष

काठमांडूः नेपाल की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी नेपाली कांग्रेस ने बुधवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को पार्टी का अध्यक्ष चुना। नेपाली कांग्रेस के 14वें महा अधिवेशन के अनुसार, पांच बार के प्रधानमंत्री देउबा को दूसरे चरण के चुनाव में 2733 मत मिले और उन्होंने शेखर कोइराला को मात दी, जिन्हें 1855 […]

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December 15, 2021

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काठमांडूः नेपाल की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी नेपाली कांग्रेस ने बुधवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को पार्टी का अध्यक्ष चुना। नेपाली कांग्रेस के 14वें महा अधिवेशन के अनुसार, पांच बार के प्रधानमंत्री देउबा को दूसरे चरण के चुनाव में 2733 मत मिले और उन्होंने शेखर कोइराला को मात दी, जिन्हें 1855 मत मिले थे। कोइराला, पूर्व प्रधानमंत्री गिरिजा प्रसाद कोइराला के भतीजे हैं।
मंगलवार को हुए मतदान में कुल 4,623 वोट डाले गए थे और 35 मतों को अवैध घोषित किया गया था। पहले चरण के चुनाव में कोई फैसला नहीं हो सका था क्योंकि पांच उम्मीदवारों में से किसी को भी 50 प्रतिशत से अधिक मतों का स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। पहले चरण के चुनाव में पार्टी के अध्यक्ष पद के अन्य उम्मीदवारों में प्रकाश मान सिंह और बिमलेंद्र निधि ने दूसरे चरण के चुनाव में 75 वर्षीय देउबा को समर्थन देने का फैसला किया जिससे उनकी जीत आसान हो गई।
खबराें के मुताबिक, देउबा के खिलाफ अपनी दावेदारी की घोषणा करते हुए निधि और सिंह दोनों ने कहा था कि वह पार्टी के संचालन के लिए अब प्रासंगिक और फिट नहीं हैं तथा उन पर पार्टी के नियम-कानूनों के प्रति असम्मान दिखाने का दावा किया था हालांकि अचानक बदले घटनाक्रम में दोनों ने अपने पूर्व के रुख से पलटते हुए देउबा को दूसरे दौर में समर्थन देने का ऐलान किया। इससे पूर्व दोनों ने कहा था कि दूसरे दौर के मतदान की नौबत आई तो वे विरोधी धड़े को समर्थन देंगे। 
एक अन्य प्रतिभागी कल्याण गुरुंग ने भी देउबा को अपने समर्थन की घोषणा की। चुनाव से ठीक पहले देउबा ने सिंह और निधि से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की जिसके बाद दोनों ने तुरंत पार्टी प्रमुख के पक्ष में बयान जारी कर दिया। मंगलवार को नेपाली कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिये दूसरी बार मतदान किया।
पार्टी के नियमों के मुताबिक, पार्टी का अध्यक्ष बनने के लिए उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से अधिक मत प्राप्त करने होते हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो पहले और दूसरे चरण के मतदान में सर्वाधिक वोट पाने वाले उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होता है। मंगलवार को दूसरे चरण का चुनाव हुआ था। इससे पहले मार्च 2016 में हुए पार्टी के अधिवेशन में भी देउबा दूसरे दौर के बाद विजयी हुए थे जब कृष्ण प्रसाद सितौला ने उनका समर्थन किया था। पार्टी के 13 पदाधिकारियों- एक अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष, दो महासचिव, आठ संयुक्त महासचिव और केन्द्रीय कार्य समिति के 121 सदस्यों के चयन के लिए ये चुनाव कराए गए थे।
 

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