नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के फेमस गजल गायक पंकज उधास अपने रोमांटिक गानों के लिए जाने जाते हैं। पंकज ने अपने करियर में कई सुपरहिट गानें दिए हैं। उनके कई गानें जैसे ‘चांदी जैसा रंग है तेरा…’, ‘और आहिस्ता कीजिये बातें धड़कनें कोई सुन रहा होगा’ को आज भी उनके फैंस काफी पसंद करते हैं। पंकज उधास को उनके बेहतर काम के लिए साल 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के हाथों देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
पंकज को जब यह सम्मान दिए जाने की घोषणा हुई थी, तो उन्हें इसके बारे में कोई खबर नहीं थी। वह बताते हैं उनकी गायिकी के लाखों प्रशंसकों में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख भी शामिल थे। एक दिन किसी समारोह में पंकज के साथ-साथ महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख भी बतौर अतिथि शामिल हुए। पंकज की परफॉर्मेंस के बाद स्टेज के पीछे दोनों की मुलाकात हुई। थोड़ी देर बातचीत के बाद विलासराव ने पंकज को बताया कि वह उनके कितने बड़े प्रशंसक हैं और उन्होंने पंकज से पूछा कि क्या आपको पद्मश्री मिल चुका है?
तो पंकज ने जवाब दिया नहीं। फिर बातचीत यहीं पर खत्म हो गई। इसी बीच साल 2005 में पंकज ने अपनी गायिकी के 25 वर्षों का सफर पूरा कर लिया और इसके साथ-साथ वह कैंसर पीड़ितों के लिए काम करने वाली कुछ संस्थाओं के माध्यम से कैंसर पीड़ितों की भी मदद करते रहे। साल 2006 में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जब उनको पद्मश्री दिए जाने की घोषणा हुई, तो एक दोस्त ने उन्हें फोन करके बधाई दी। इस पर पंकज ने पूछा कि किस बात की बधाई? तो उस दोस्त ने बताया कि आपको पद्मश्री से सम्मानित किए जाने की घोषणा हुई है। तब जाकर पंकज ने टीवी पर खबरें देखीं और उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।